फतेहपुर:मौत के नर्सिंग होम...! प्रशासन का कसा शिंकजा दो डॉक्टरों को गिरफ़्तार कर भेजा गया जेल..
अवैध रूप से संचालित सदर कोतवाली क्षेत्र के लोधीगंज बाईपास स्थित अवनी नर्सिंग होम में डीएम के निर्देश पर एसडीएम द्वारा हुई छापेमारी में 2 डॉक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है...पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट...

फ़तेहपुर: परचून की गुमटियों की तरह शहर में जगह जगह खुले निजी नर्सिंग होम खुलेआम मौत बांट रहे हैं। इन अस्पतालों में न तो कोई डिग्री धारी डॉक्टर है औऱ न ही मानक के अनरूप व्यवस्थाए लेकिन फिर भी इन अस्पतालों में धड़ल्ले से हर मर्ज की दवा की जा रही है। यहां तक कि बड़े-बड़े ऑपरेशन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा किए जा रहें हैं।बदले में तीमारदारों से भारी भरकम रक़म भी वसूली जा रही है। वहज सिर्फ़ एक है - ऐसे नर्सिंग होमो के ऊपर कई बड़े रसूखदारों औऱ कुछ सफेदपोश नेताओं का वरदहस्त है जिसके चलते प्रशासन भी इन नर्सिंग होमो के खिलाफ कार्यवाही करने से हिचकता है।लेकिन जब मामला तूल पकड़ता है तो अक्सर प्रशासन को भी कड़ी कार्यवाही करनी पड़ती है।
मामला फतेहपुर में अवैध तरीक़े से चल रहे अवनी नर्सिंग होम का है।जिसमें जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए नर्सिंग को सीज कर दिया है।बताया जा रहा है कि,अस्पताल में लगातार अवैध तरीके से ऑपरेशन किए जा रहे थे।दरअसल अवनी नर्सिंग होम में भर्ती एक मरीज की ऑपरेशन के बाद अचानक तबियत बिगड़ी गई जिस पर तीमारदारों ने अस्पताल के डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था।
तीमारदार ने इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से की जिस पर एसडीएम सदर औऱ सीओ सिटी ने पूरी टीम सहित अस्पताल में छापा मार दिया।छापेमारी के बाद अस्पताल में तैनात डॉक्टर आलोक तिवारी सहित इस पूरे रैकेट का सरगना डॉक्टर एच.के.सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक राहुल राज ने बताया कि दोनों अभियुक्तों डॉक्टर एच.के.सिंह व डॉ आलोक तिवारी को गिरफ़्तार कर सम्बंधित धराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
लेकिन प्रश्न फिर वहीं आकर अटकता है कि केवल एक नर्सिंग होम को सीज करने से क्या पूरे जिले में फैला यह काला कारोबार रुक जाएगा?