Dhirendra Shastri Shivranjani : कौन हैं शिवरंजनी ! जो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर 'प्राणनाथ' को बताएंगी अपने मन की बात
शिवरंजनी कौन है जो उत्तराखंड के गंगोत्री से अपने प्राणनाथ के लिए कलश में गंगा जल लेकर 1 हज़ार 280 किलोमीटर की यात्रा पर पैदल निकल पड़ी है. आखिर किसे वह अपना प्राणनाथ मानती है. आखिर शिवरंजनी गंगोत्री से गंगाजल लेकर बागेश्वर धाम की यात्रा पर क्यों निकली है.इसके पीछे क्या वजह है यह शिवरंजनी 16 जून को बागेश्वर धाम पहुंचकर क्या करने वाली है...

हाईलाइट्स
- शिवरंजनी गंगोत्री से जल लेकर पैदल यात्रा पर निकली बागेश्वर धाम के लिए
- शिवरंजनी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री से विवाह का संकल्प
- 1048 किलोमीटर की पैदल यात्रा में महोबा पहुंची शिवरंजनी,अब मंजिल कुछ दूर
Who Is Shivranjani Tiwari Dhirendra Shastri : मध्यप्रदेश सिवनी जिले की रहने वाली 20 वर्षीय शिवरंजनी इस वक्त चर्चा का विषय बनीं हुई है. उत्तराखंड के गंगोत्री से कलश में गंगा जल लेकर बागेश्वर धाम तक पैदल यात्रा पर निकल पड़ी है. आप सभी सोच रहे होंगे आख़िर शिवरंजनी बागेश्वर धाम तक इतनी गर्मी में पैदल यात्रा क्यों कर रही है. इसके पीछे क्या वजह हो सकती है. तो चलिए इस रहस्य से फिलहाल पर्दा उठाते हैं.
आख़िर कौन हैं शिवरंजनी (Shivranjani Badheshwar Baba Connection)
दरअसल शिवरंजनी मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के बड़ी चन्दौरी की मूल निवासी है, पिता बैजनाथ तिवारी दिवंगत संत स्वरूपानन्द सरस्वती के परिवार से आते हैं.वे हरिद्वार में हीरो हांडा प्लांट में सिविल इंजीनियर के पद पर कार्य कर रहे हैं.तबसे वह हरिद्वार में ही शिफ्ट हो गए.
शिवरंजनी बचपन से ही भजन में काफी रुचि रखती थी और धीरे-धीरे अध्यात्म की ओर उसका रुझान बढ़ने लगा और कथा के साथ भजन भी गाने लगी. हालांकि ऐसा बताया जाता है कि शिवरंजनी एमबीबीएस की छात्रा भी है.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बसे मन में
शिवरंजनी हमेशा बागेश्वर धाम की कथाओं को बड़े ही मन से सुनती है.बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जिन्हें बागेश्वर सरकार कहा जाता है, उन्हें सोशल मीडिया पर फॉलो भी करती है.अब आप सोच रहे होंगे कि शिवरंजनी प्राणनाथ किसे कहती है..
बागेश्वर सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को मन ही मन शिवरंजनी अपना प्राणनाथ मानती है और विवाह का प्रस्ताव लेकर उनके दर्शन के लिए निकल पड़ी हैं. अपने प्राणनाथ से मिलने के लिए कठिन परीक्षा को चुना है. गंगोत्री से कलश में गंगाजल लेकर सर पर कलश रख शिवरंजनी ने पिता के साथ 1 मई से पैदल यात्रा शुरू कर दी है. हर दिन 30 से 40 किलोमीटर यात्रा कर रही हैं.
इस भीषण गर्मी में शिवरंजनी पैदल यात्रा कर रही हैं वो जहां पहुंच रही हैं लोगों ने उनका पारम्परिक ढंग से स्वागत भी किया. चित्रकूट पहुंचते ही साधु संत भी उसके साथ यात्रा पर निकल पड़े. शिवरंजनी अब बागेश्वर धाम छतरपुर जिले से करीब 70 किलोमीटर पहले महोबा जिले में भी प्रवेश कर चुकी है जहां उनका मंगल गीतों से स्वागत किया गया.
16 जून को आखिर क्या होने वाला है
महोबा जिला शिवरंजनी पहुंच चुकी हैं अब यानी इंतजार की घड़ियां जल्द ही समाप्त होने वाली है. 16 जून को बागेश्वर धाम में क्या होने वाला है यह तो उसी दिन पता चलेगा. हालांकि पिता बैजनाथ तिवारी ने बताया कि हां यह बात सही है कि शिवरंजनी के विवाह की बात भी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परिवार वालों से की जाएगी.
प्राणनाथ जानते हैं मेरे मन की बात (Shivranjani Tiwari)
वही शिवरंजनी ने भी साफ किया कि यह सब उन्हीं की कृपा है जो इतने दूर से चलकर यहां तक पहुंचे हैं. कई बार शिवरंजनी ने मन मोहने वाली पंक्तियों को भी सबके सामने रखा, जिसमें मन ही मन कहीं न कहीं पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के लिए शादी का जिक्र था.फिलहाल शिवरंजनी के मन में क्या चल रहा है..
यह शिवरंजनी ने साफ कर दिया कि मेरे प्राणनाथ को सब पता है कि मेरे मन मे क्या चल रहा है. 16 जून को आप लोगों खुद ही पता चल जाएगा. हालांकि ऐसी सूचना मिली है कि 15 जून से धीरेन्द्र शास्त्री जी एकांतवास में जा रहे हैं ,फिर भी शिवरंजनी बागेश्वर धाम तक वहां पहुंचकर बाला जी के दर्शन करेगी, जल चढ़ाएगी और पीठाधीश्वर से अपने मन की बात रखेगी.