प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार (Hindi Literary Writer) और कानपुर के सबसे प्राचीन शिवाला (Shivala) को बसाने वाले और राम कथा (Ram Katha) से जनमानस को जोड़ने वाले और वरिष्ठ समाज से भी मानस संगम के संस्थापक डॉक्टर बद्री नारायण तिवारी ने 88 साल की उम्र में 8 फरवरी 2024 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया.